
CTET (Central Teacher Eligibility Test) हर साल CBSE द्वारा आयोजित की जाने वाली एक राष्ट्रीय स्तर की पात्रता परीक्षा है। यह परीक्षा प्राथमिक (कक्षा 1-5) और उच्च प्राथमिक (कक्षा 6-8) स्तर के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवश्यक है। यदि आप CTET 2025 की तैयारी कर रहे हैं, तो इस लेख में आपको परीक्षा की महत्वपूर्ण तिथियों, आवेदन प्रक्रिया, कट-ऑफ और करियर विकल्पों की विस्तृत जानकारी मिलेगी।
सीटेट परिक्षा क्या है? (What is CTET in Hindi)
CTET का फुल फॉर्म और मतलब :- CTET का पूरा नाम Central Teacher Eligibility Test (केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा) है। यह भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर की पात्रता परीक्षा है। इस परीक्षा का उद्देश्य शिक्षकों की योग्यता और शिक्षण क्षमता का मूल्यांकन करना है।
CTET परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी केंद्रीय सरकारी स्कूलों (जैसे KVS, NVS, केंद्रीय तिब्बती स्कूल), राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूलों और कई निजी स्कूलों में टीचर भर्ती के लिए पात्र माने जाते हैं।
CTET क्यों ज़रूरी है?
CTET परीक्षा शिक्षण पेशे में आने वाले उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य मानी जाती है। इसके कई महत्वपूर्ण कारण हैं:
- RTE अधिनियम 2009 (Right to Education Act) के तहत सरकारी व निजी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए CTET पास करना अनिवार्य कर दिया गया है।
- यह परीक्षा उम्मीदवार की बाल मनोविज्ञान, शिक्षण पद्धति, और विषय ज्ञान को जाँचने के लिए डिज़ाइन की गई है।
- CTET प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद उम्मीदवार सरकारी और निजी स्कूलों में शिक्षक के रूप में आवेदन कर सकते हैं।
- CTET पास करने से उम्मीदवार को सैलरी अधिक मिलने की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि कई प्रतिष्ठित निजी स्कूल भी CTET को प्राथमिकता देते हैं।
- केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए CTET अनिवार्य है।
कौन दे सकता है CTET परीक्षा?
CTET परीक्षा के लिए पात्रता को दो भागों में बाँटा गया है:
- पेपर 1 (प्राथमिक स्तर) – कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षक बनने के लिए।
- पेपर 2 (उच्च प्राथमिक स्तर) – कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षक बनने के लिए।
अगर कोई उम्मीदवार कक्षा 1 से 8 तक पढ़ाना चाहता है, तो उसे दोनों पेपर (Paper 1 और Paper 2) देने होंगे।
CTET की मान्यता और प्रमाणपत्र की वैधता
पहले CTET प्रमाणपत्र की वैधता सिर्फ 7 साल थी, लेकिन अब यह आजीवन (Lifetime Validity) के लिए मान्य है। यानी, अगर आप एक बार परीक्षा पास कर लेते हैं, तो आपको दोबारा CTET देने की ज़रूरत नहीं होगी।
CTET पास करने के फायदे
- सरकारी शिक्षक बनने की पहली और सबसे महत्वपूर्ण शर्त CTET क्वालिफाई करना है।
- निजी स्कूलों में भी CTET पास उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है।
- CTET पास करने से राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) में भी फायदा मिलता है।
- CTET प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद उम्मीदवार DSSSB, KVS, NVS, और अन्य शिक्षक भर्ती परीक्षाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- कुछ राज्यों में, CTET पास उम्मीदवार को अतिरिक्त अंक या बोनस अंक दिए जाते हैं।
CTET परीक्षा पास करने के बाद आपके पास सरकारी स्कूलों, निजी स्कूलों, ऑनलाइन टीचिंग प्लेटफॉर्म्स, ट्यूटरिंग सर्विसेज और ई-लर्निंग इंडस्ट्री में करियर बनाने के कई अवसर होते हैं।
CTET परीक्षा का पैटर्न (Exam Pattern in Hindi)
यदि आप CTET (Central Teacher Eligibility Test) की तैयारी कर रहे हैं, तो परीक्षा पैटर्न को समझना आपके लिए बहुत जरूरी है। यह परीक्षा दो पेपरों में आयोजित की जाती है—Paper 1 (कक्षा 1-5 के लिए) और Paper 2 (कक्षा 6-8 के लिए)। आइए विस्तार से समझते हैं कि इन दोनों पेपरों में क्या अंतर है और परीक्षा का पूरा ढांचा कैसा होता है।
Paper 1 और Paper 2 में अंतर
CTET परीक्षा में दो प्रकार के पेपर होते हैं:
- Paper 1 – यह उन उम्मीदवारों के लिए होता है जो कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने के इच्छुक हैं।
- Paper 2 – यह उन उम्मीदवारों के लिए होता है जो कक्षा 6 से 8 तक पढ़ाना चाहते हैं।
नीचे दी गई तालिका में दोनों पेपरों की मुख्य विशेषताओं की तुलना की गई है:
पैरामीटर | Paper 1 (कक्षा 1-5) | Paper 2 (कक्षा 6-8) |
---|---|---|
विषय | बाल विकास, भाषा 1 & 2, गणित, पर्यावरण अध्ययन (EVS) | बाल विकास, भाषा 1 & 2, गणित/विज्ञान या सामाजिक विज्ञान |
कुल प्रश्न | 150 (प्रत्येक 1 अंक का) | 150 (प्रत्येक 1 अंक का) |
समय अवधि | 2.5 घंटे (150 मिनट) | 2.5 घंटे (150 मिनट) |
नकारात्मक अंकन | नहीं | नहीं |
परीक्षा मोड | ऑफलाइन (OMR शीट आधारित) | ऑफलाइन (OMR शीट आधारित) |
1. Paper 1 का पैटर्न (Class 1-5 के लिए)
CTET Paper 1 उन उम्मीदवारों के लिए होता है जो प्राथमिक शिक्षक (Primary Teacher) बनना चाहते हैं। इस परीक्षा में कुल 150 प्रश्न होते हैं, जिनमें प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होता है।
Paper 1 के विषयवार प्रश्न वितरण
विषय | प्रश्नों की संख्या | अंक |
---|---|---|
बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र | 30 | 30 |
भाषा 1 (हिंदी/अंग्रेजी) | 30 | 30 |
भाषा 2 (अंग्रेजी/हिंदी) | 30 | 30 |
गणित | 30 | 30 |
पर्यावरण अध्ययन (EVS) | 30 | 30 |
कुल | 150 | 150 |
➡ महत्वपूर्ण बातें:
- बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र: यह विषय उम्मीदवारों की शिक्षण विधियों, बाल मनोविज्ञान और कक्षा प्रबंधन की समझ को परखता है।
- भाषा 1 और भाषा 2: इनमें पढ़ने की समझ (Comprehension), व्याकरण (Grammar) और भाषा शिक्षण विधियां (Language Pedagogy) से जुड़े प्रश्न होते हैं।
- गणित और पर्यावरण अध्ययन: इन विषयों में प्राथमिक कक्षा स्तर के प्रश्न होते हैं, जिनमें अवधारणात्मक (Conceptual) और शिक्षण विधियों से जुड़े प्रश्न शामिल होते हैं।
2. Paper 2 का पैटर्न (Class 6-8 के लिए)
CTET Paper 2 उन उम्मीदवारों के लिए होता है जो उच्च प्राथमिक शिक्षक (Upper Primary Teacher) बनना चाहते हैं। इसमें भी कुल 150 प्रश्न होते हैं, और प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होता है।
Paper 2 के विषयवार प्रश्न वितरण
विषय | प्रश्नों की संख्या | अंक |
---|---|---|
बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र | 30 | 30 |
भाषा 1 (हिंदी/अंग्रेजी) | 30 | 30 |
भाषा 2 (अंग्रेजी/हिंदी) | 30 | 30 |
गणित एवं विज्ञान (Math & Science) / सामाजिक विज्ञान (Social Science) | 60 | 60 |
कुल | 150 | 150 |
➡ महत्वपूर्ण बातें:
- गणित एवं विज्ञान: यह विकल्प उन उम्मीदवारों के लिए है जो गणित और विज्ञान विषय पढ़ाना चाहते हैं। इसमें गणितीय अवधारणाएं, विज्ञान के मूल सिद्धांत और शिक्षण विधियां शामिल होती हैं।
- सामाजिक विज्ञान: यदि उम्मीदवार सामाजिक विज्ञान पढ़ाना चाहते हैं, तो उन्हें इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान और शिक्षण विधियों से जुड़े प्रश्नों का उत्तर देना होता है।
- भाषा 1 और 2 के प्रश्न वही होते हैं जो Paper 1 में आते हैं।
सीटेट में पास होने के लिए आवश्यक अंक (CTET Passing Marks)
CTET परीक्षा को पास करने के लिए उम्मीदवारों को न्यूनतम 60% अंक प्राप्त करने होते हैं। हालाँकि, आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को न्यूनतम 55% अंक लाने की छूट दी जाती है।
वर्ग | क्वालिफाइंग मार्क्स (%) | कुल आवश्यक अंक (150 में से) |
---|---|---|
सामान्य (General) | 60% | 90 |
OBC/SC/ST | 55% | 82.5 (83 अंक) |
➡ महत्वपूर्ण जानकारी:
- CTET परीक्षा क्वालिफाइंग नेचर की होती है, यानी इसे पास करने से उम्मीदवार शिक्षक भर्ती के लिए पात्र हो जाते हैं, लेकिन यह नौकरी की गारंटी नहीं देता।
- परीक्षा पास करने के बाद CTET सर्टिफिकेट आजीवन वैध (Lifetime Validity) होता है।
सीटेट के लिए योग्यता (CTET Exam Eligibility Criteria)

CTET (Central Teacher Eligibility Test) परीक्षा में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों को कुछ शैक्षिक योग्यताओं और नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। इस परीक्षा को दो पेपरों में विभाजित किया गया है—पेपर 1 (प्राथमिक शिक्षक) और पेपर 2 (उच्च प्राथमिक शिक्षक)। नीचे दोनों पेपरों की विस्तृत योग्यता बताई गई है।
शैक्षिक योग्यता (Educational Qualification)
CTET परीक्षा के लिए शैक्षिक योग्यता इस प्रकार निर्धारित की गई है:
Paper 1 (कक्षा 1-5 के शिक्षक बनने के लिए)
प्राथमिक कक्षाओं (Class 1-5) के शिक्षक बनने के लिए उम्मीदवारों को निम्नलिखित शैक्षिक योग्यताओं में से किसी एक को पूरा करना आवश्यक है:
-
12वीं कक्षा में कम से कम 50% अंक होने चाहिए और इसके साथ:
- D.El.Ed (Diploma in Elementary Education) 2-वर्षीय कोर्स पूरा किया हो या
- B.Ed (Bachelor of Education) डिग्री प्राप्त की हो।
-
यदि उम्मीदवार ने 12वीं कक्षा में 45% अंक प्राप्त किए हैं और NCTE (National Council for Teacher Education) द्वारा मान्यता प्राप्त D.El.Ed या B.Ed कोर्स किया है, तो वह भी आवेदन कर सकता है।
-
अंतिम वर्ष के छात्र भी आवेदन कर सकते हैं, बशर्ते कि वे योग्यता पूरी कर लें।
Paper 2 (कक्षा 6-8 के शिक्षक बनने के लिए)
उच्च प्राथमिक कक्षाओं (Class 6-8) के शिक्षक बनने के लिए उम्मीदवार को निम्नलिखित योग्यताओं में से किसी एक को पूरा करना होगा:
-
स्नातक (Graduation) किसी भी विषय में कम से कम 50% अंकों के साथ और इसके साथ:
- B.Ed (Bachelor of Education) डिग्री हो या
- B.El.Ed (Bachelor in Elementary Education) 4-वर्षीय कोर्स पूरा किया हो।
-
यदि उम्मीदवार ने स्नातक में 45% अंक प्राप्त किए हैं और NCTE द्वारा मान्यता प्राप्त B.Ed प्रोग्राम पूरा किया है, तो वह भी पात्र है।
-
12वीं में 50% अंकों के साथ B.El.Ed (4-वर्षीय कोर्स) करने वाले छात्र भी पात्र हैं।
-
स्नातक के अंतिम वर्ष के छात्र भी आवेदन कर सकते हैं।
आयु सीमा (Age Limit)
CTET परीक्षा में बैठने के लिए कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं है।
- कोई भी उम्मीदवार किसी भी उम्र में परीक्षा दे सकता है।
- उम्मीदवार असीमित बार परीक्षा देने के लिए पात्र हैं, यानी कोई अटेम्प्ट लिमिट (Attempt Limit) नहीं है।
CTET सिलेबस 2025 (हिंदी में पूरा विवरण)

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) 2025 की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए सटीक और विस्तृत सिलेबस जानना बेहद जरूरी है। यह परीक्षा दो पेपरों में होती है:
- पेपर 1 – कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने के लिए।
- पेपर 2 – कक्षा 6 से 8 तक पढ़ाने के लिए।
यहां CTET 2025 के विस्तृत सिलेबस को सरल और स्पष्ट भाषा में समझाया गया है, ताकि अभ्यर्थी अपनी तैयारी सही दिशा में कर सकें।
CTET 2025 पेपर 1 सिलेबस (प्राइमरी स्टेज – कक्षा 1 से 5 के लिए)
CTET पेपर 1 उन अभ्यर्थियों के लिए होता है, जो कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं। इसमें 5 विषय होते हैं, जिनमें प्रत्येक से 30 प्रश्न पूछे जाते हैं।
1. बाल विकास और शिक्षाशास्त्र (Child Development & Pedagogy) – 30 प्रश्न
यह खंड बच्चों की मानसिकता, सीखने की प्रक्रिया और शिक्षण विधियों पर केंद्रित है।
- बाल विकास की अवधारणा और शिक्षा में इसका महत्व
- विकास की अवस्थाएँ और उनके प्रमुख सिद्धांत
- सीखने के सिद्धांत और उनकी शिक्षा में उपयोगिता
- समावेशी शिक्षा और विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों की शिक्षा
- शिक्षण विधियाँ और कक्षा प्रबंधन
महत्वपूर्ण टॉपिक्स: पियाजे, विगोत्स्की, कोहल्बर्ग के सिद्धांत, बहु-प्रतिभा सिद्धांत, व्यवहारवाद, प्रेरणा और सीखने की प्रक्रिया।
2. भाषा 1 (हिंदी/अंग्रेज़ी) – 30 प्रश्न
यह खंड भाषा शिक्षण से संबंधित है और इसमें भाषा कौशल और व्याकरण पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं।
- गद्यांश और काव्यांश का अध्ययन और उत्तर देना
- भाषा शिक्षण की विधियाँ और रणनीतियाँ
- व्याकरण (समास, संधि, उपसर्ग-प्रत्यय, काल, वाक्य संरचना)
- मौखिक और लिखित संप्रेषण कौशल
- भाषा शिक्षण में त्रुटियाँ और सुधार की विधियाँ
3. भाषा 2 (अन्य भाषा) – 30 प्रश्न
भाषा 2 के रूप में कोई भी दूसरी भाषा चुनी जा सकती है। इसका पैटर्न भाषा 1 के समान ही होता है।
- गद्यांश और काव्यांश की समझ
- व्याकरण और भाषा शिक्षण पद्धतियाँ
- भाषा शिक्षण में त्रुटि विश्लेषण
- संवाद कौशल और कक्षा में भाषा प्रयोग
4. गणित – 30 प्रश्न
यह खंड प्राथमिक स्तर की गणितीय अवधारणाओं और शिक्षण पद्धतियों को कवर करता है।
- संख्याएँ और संक्रियाएँ
- ज्यामिति (आकार, क्षेत्रमिति, आयतन)
- पैटर्न और अनुक्रम
- डेटा हैंडलिंग और चित्रमय प्रतिनिधित्व
- गणित शिक्षण के तरीके और मानसिक गणना
5. पर्यावरण अध्ययन – 30 प्रश्न
पर्यावरण अध्ययन में बच्चों के आसपास की चीजों और सामाजिक जागरूकता से जुड़े विषय शामिल होते हैं।
- हमारे परिवेश और पारिस्थितिकी
- प्राकृतिक संसाधन और उनका संरक्षण
- मानव शरीर, स्वास्थ्य और स्वच्छता
- परिवहन, संचार और सामाजिक मुद्दे
- पर्यावरणीय समस्याएँ और सतत विकास
CTET 2025 पेपर 2 सिलेबस (एलिमेंटरी स्टेज – कक्षा 6 से 8 के लिए)
पेपर 2 उन शिक्षकों के लिए है, जो कक्षा 6 से 8 तक पढ़ाना चाहते हैं। इसमें भी 4 मुख्य विषय होते हैं, लेकिन गणित-विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के लिए 60 प्रश्न आते हैं।
1. बाल विकास और शिक्षाशास्त्र – 30 प्रश्न
यह पेपर 1 के समान ही होता है लेकिन इसमें उच्च कक्षाओं के बच्चों के मानसिक विकास और शिक्षण पद्धतियों पर अधिक ध्यान दिया जाता है।
2. भाषा 1 और भाषा 2 – (30+30 प्रश्न)
- पेपर 1 के समान ही दोनों भाषाओं में गद्यांश, व्याकरण और शिक्षण विधियों पर प्रश्न पूछे जाते हैं।
3. गणित और विज्ञान – 60 प्रश्न (गणित 30 + विज्ञान 30)
गणित:
- संख्या प्रणाली, अनुपात एवं समानुपात
- बीजगणितीय संक्रियाएँ
- ज्यामिति और क्षेत्रमिति
- सांख्यिकी एवं डेटा विश्लेषण
विज्ञान:
- जीव विज्ञान: कोशिका, जीवधारियों की संरचना और कार्य
- भौतिकी: बल, गति, ऊर्जा, प्रकाश
- रसायन: पदार्थ की संरचना, भौतिक और रासायनिक परिवर्तन
- पर्यावरणीय विज्ञान
4. सामाजिक विज्ञान – 60 प्रश्न
- इतिहास: प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारत का इतिहास
- भूगोल: प्राकृतिक संसाधन, जलवायु परिवर्तन, भौगोलिक घटनाएँ
- राजनीति शास्त्र: संविधान, नागरिक अधिकार, शासन प्रणाली
- अर्थशास्त्र: उत्पादन, उपभोग, बाज़ार संरचना, मुद्रा प्रणाली
CTET का सिलेबस CBSE द्वारा निर्धारित किया जाता है। विस्तृत जानकारी के लिए अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर जा सकते हैं।
सीटेट परीक्षा की तैयारी कैसे करें? (CTET Preparation Tips)
CTET (Central Teacher Eligibility Test) भारत में शिक्षक बनने के लिए एक आवश्यक परीक्षा है। सही रणनीति और तैयारी से सफलता प्राप्त करना संभव है। यहाँ हम CTET की तैयारी के लिए टॉप 10 टिप्स दे रहे हैं, जो आपको परीक्षा में अच्छा स्कोर करने में मदद करेंगे।
1. NCERT की किताबें पढ़ें – बेसिक मजबूत करें
CTET परीक्षा का सिलेबस मुख्य रूप से कक्षा 1 से 8 तक की NCERT किताबों पर आधारित होता है। इसलिए आपको इन पुस्तकों को अच्छी तरह से पढ़ना चाहिए। विशेष रूप से निम्नलिखित विषयों की NCERT किताबें अनिवार्य रूप से पढ़ें:
- बाल विकास और शिक्षाशास्त्र (Child Development & Pedagogy)
- गणित और पर्यावरण अध्ययन (Mathematics & Environmental Studies)
- भाषा I और भाषा II (Language I & II)
इन किताबों को ध्यान से पढ़ने से आपका कॉन्सेप्ट मजबूत होगा और परीक्षा में आने वाले प्रश्नों को हल करने में आसानी होगी।
2. पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र सॉल्व करें
CTET में प्रश्नों का पैटर्न समझने के लिए 2016 से 2023 तक के पिछले सालों के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करें। यह करने से आपको निम्नलिखित लाभ होंगे:
- प्रश्नों का पैटर्न और कठिनाई स्तर समझ आएगा।
- बार-बार पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण टॉपिक्स की पहचान होगी।
- परीक्षा में समय प्रबंधन की बेहतर समझ मिलेगी।
पिछले वर्षों के पेपर डाउनलोड करने के लिए CBSE की आधिकारिक वेबसाइट या विभिन्न कोचिंग प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करें।
3. मॉक टेस्ट दें – समय प्रबंधन में सुधार करें
रोज़ाना मॉक टेस्ट देने से परीक्षा का डर खत्म होगा और आत्मविश्वास बढ़ेगा। ऑनलाइन मॉक टेस्ट देने के लिए ये प्लेटफॉर्म उपयोगी हैं:
- Testbook
- Gradeup (अब BYJU’S Exam Prep)
- Unacademy
- CTET Adda247
हर सप्ताह कम से कम 2-3 फुल सिलेबस मॉक टेस्ट दें और अपनी गलतियों का विश्लेषण करें ताकि सुधार किया जा सके।
4. एक प्रभावी टाइम टेबल बनाएँ
सफलता पाने के लिए एक सुनियोजित टाइम टेबल बनाना बहुत जरूरी है। एक उदाहरण देखें:
समय | विषय |
---|---|
सुबह 8:00 – 10:00 | बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र |
सुबह 10:30 – 12:30 | गणित / पर्यावरण अध्ययन |
दोपहर 2:00 – 3:30 | भाषा I (हिंदी / अंग्रेजी) |
शाम 4:00 – 6:00 | भाषा II (हिंदी / अंग्रेजी) |
रात 8:00 – 9:30 | पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र हल करें |
आप अपनी सुविधा के अनुसार टाइम टेबल में बदलाव कर सकते हैं, लेकिन नियमितता बनाए रखना जरूरी है।
5. कमजोर विषयों पर विशेष ध्यान दें
हर उम्मीदवार की कुछ विषयों में कमजोरी हो सकती है। इसलिए अपनी कमजोरी पहचानें और उन पर अधिक समय दें।
- यदि गणित कमजोर है, तो रोज़ 2 घंटे अभ्यास करें।
- यदि बाल विकास कठिन लगता है, तो अधिक से अधिक केस स्टडी और पेडागॉजी के प्रश्न हल करें।
- भाषा के लिए रीडिंग प्रैक्टिस और व्याकरण पर विशेष ध्यान दें।
6. शॉर्ट नोट्स बनाकर स्मार्ट स्टडी करें
हर विषय के महत्वपूर्ण टॉपिक्स के संक्षिप्त नोट्स (Short Notes) बनाएँ, ताकि रिवीजन आसान हो।
- गणित के फॉर्मूले और शॉर्टकट ट्रिक्स नोट करें।
- बाल विकास के महत्वपूर्ण सिद्धांत, खोजकर्ता और साल लिखें।
- भाषा के व्याकरण नियम और महत्वपूर्ण शब्दावली को संक्षेप में नोट करें।
नोट्स बनाना एक प्रभावी तरीका है, जिससे आप परीक्षा से पहले तेज़ी से रिवीजन कर सकते हैं।
7. CTET की बेस्ट किताबें पढ़ें
सही किताबों का चयन सफलता की कुंजी है। CTET की तैयारी के लिए निम्नलिखित पुस्तकें उपयोगी हैं:
- बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र – अरिहंत पब्लिकेशन
- CTET गणित एवं पर्यावरण अध्ययन – Disha पब्लिकेशन
- CTET पेपर 1 एवं 2 गाइड – Kiran पब्लिकेशन
- NCERT बुक्स (कक्षा 1-8)
साथ ही, परीक्षा के लिए सॉल्वड पेपर बुक्स भी उपयोगी साबित होंगी।
8. ऑनलाइन वीडियो लेक्चर्स देखें
अगर किसी टॉपिक को समझने में दिक्कत हो रही है, तो YouTube पर उपलब्ध फ्री वीडियो लेक्चर्स देखें। कुछ बेहतरीन YouTube चैनल्स:
- Let’s Learn – बाल विकास और शिक्षाशास्त्र के लिए
- CTET Adda247 – पेपर 1 और 2 के लिए
- Unacademy – फ्री CTET क्लासेज़ के लिए
- Wifistudy – सभी विषयों के लिए
वीडियो लेक्चर्स से कठिन टॉपिक्स को आसानी से समझा जा सकता है और पढ़ाई रोचक बनती है।
9. ग्रुप स्टडी करें – चर्चा से कॉन्सेप्ट क्लियर करें
दोस्तों के साथ मिलकर समूह अध्ययन (Group Study) करें। इससे आपको निम्नलिखित फायदे मिलेंगे:
- विषयों को बेहतर समझने में मदद मिलेगी।
- कठिन टॉपिक्स को आपस में डिस्कस करके जल्दी याद कर सकेंगे।
- परीक्षा की तैयारी रोचक और प्रभावी होगी।
ग्रुप स्टडी के दौरान एक-दूसरे से प्रश्न पूछें और उत्तर देने का अभ्यास करें। इससे आत्मविश्वास बढ़ेगा।
10. नियमित रूप से रिवीजन करें – सफलता की कुंजी
CTET परीक्षा की तैयारी में रिवीजन सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- हफ्ते में कम से कम एक बार पूरे सिलेबस का रिवीजन करें।
- हर रोज़ 30 मिनट पुराने नोट्स को दोहराएँ।
- परीक्षा से पहले मॉक टेस्ट और पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का विश्लेषण करें।
रिवीजन से आपके याद किए गए टॉपिक्स पक्के हो जाते हैं और परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करना आसान हो जाता है।
CTET 2025 की तिथियाँ और आवेदन प्रक्रिया
CTET 2025 की आधिकारिक अधिसूचना CBSE द्वारा जारी की जाएगी, जिसमें परीक्षा की तिथियाँ, आवेदन प्रक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण निर्देश शामिल होंगे। यहाँ संभावित तिथियाँ दी गई हैं ताकि आप पहले से अपनी तैयारी कर सकें।
CTET 2025 की महत्वपूर्ण तिथियाँ (Expected)
घटना | संभावित तिथि |
---|---|
आवेदन शुरू | जुलाई 2025 |
आवेदन की अंतिम तिथि | अगस्त 2025 |
एडमिट कार्ड जारी होने की तिथि | नवंबर 2025 |
परीक्षा की तिथि | दिसंबर 2025 |
रिजल्ट जारी होने की तिथि | फरवरी 2026 |
CTET 2025 के लिए आवेदन कैसे करें? (Step-by-Step Guide)
CTET के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया सरल है, लेकिन आवेदन पत्र भरते समय आपको सावधानी बरतनी चाहिए। नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप सफलतापूर्वक आवेदन कर सकते हैं।
Step 1: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ
CTET 2025 के लिए आवेदन करने के लिए CBSE की आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर जाएँ।
Step 2: नया रजिस्ट्रेशन करें
- "New Registration" पर क्लिक करें।
- मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और आधार कार्ड विवरण भरें।
- आपके मोबाइल और ईमेल पर OTP आएगा, उसे वेरिफाई करें।
Step 3: आवेदन फॉर्म भरें
- व्यक्तिगत जानकारी (नाम, जन्मतिथि, माता-पिता का नाम) भरें।
- शैक्षिक योग्यता और अन्य विवरण दर्ज करें।
- स्कैन की गई फोटो और सिग्नेचर अपलोड करें (निर्धारित फॉर्मेट में)।
Step 4: आवेदन शुल्क जमा करें
श्रेणी | पेपर-I या II (केवल एक पेपर) | दोनों पेपर (Paper-I & II) |
---|---|---|
सामान्य/ओबीसी | ₹1000 | ₹1200 |
SC/ST/दिव्यांग | ₹500 | ₹600 |
Step 5: आवेदन फॉर्म सबमिट करें
- सभी जानकारी को दोबारा जाँचें।
- आवेदन पत्र सबमिट करने के बाद इसकी हार्ड कॉपी अपने पास सुरक्षित रखें।
CTET 2025 का रिजल्ट और कट-ऑफ
CTET में पास होने के लिए उम्मीदवारों को न्यूनतम कट-ऑफ स्कोर प्राप्त करना आवश्यक है। परीक्षा के लगभग 6 हफ्ते बाद रिजल्ट घोषित किया जाता है, जिसे आप आधिकारिक वेबसाइट से देख सकते हैं।
CTET 2025 के लिए पासिंग मार्क्स
वर्ग | कट-ऑफ (150 में से) |
---|---|
सामान्य वर्ग | 90 अंक (60%) |
SC/ST/OBC/PD | 82 अंक (55%) |
- रिजल्ट जारी होने के बाद: उम्मीदवार ctet.nic.in पर जाकर अपना स्कोरकार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
- स्कोरकार्ड की वैधता: CTET प्रमाणपत्र अब आजीवन मान्य रहेगा, जिससे उम्मीदवार किसी भी समय शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं।
CTET के बाद करियर ऑप्शन्स
CTET पास करने के बाद उम्मीदवारों के लिए सरकारी और निजी क्षेत्रों में कई अवसर खुलते हैं। आइए जानते हैं कि CTET पास करने के बाद आप किन क्षेत्रों में नौकरी पा सकते हैं।
1. केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS/NVS)
केंद्रीय विद्यालय (KV) और नवोदय विद्यालय (NVS) में शिक्षक बनने का अवसर। इसके लिए अलग से भर्ती प्रक्रिया आयोजित की जाती है।
2. राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET)
यदि आप किसी विशेष राज्य में शिक्षक बनना चाहते हैं, तो आपको उस राज्य की TET परीक्षा भी पास करनी होगी। उदाहरण: UPTET, MAHA TET, Bihar TET, MP TET।
3. प्राइवेट स्कूलों में शिक्षक पद
CBSE, ICSE और अन्य निजी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए CTET अनिवार्य होता जा रहा है। अच्छी सैलरी और सुविधाओं के साथ निजी स्कूलों में भी अवसर उपलब्ध हैं।
4. सरकारी योजनाओं में नौकरी के अवसर
सर्व शिक्षा अभियान (SSA) और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (RMSA) जैसी योजनाओं में भर्ती। सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षक बनने का अवसर।
CTET पास करने के बाद सैलरी
CTET पास करने के बाद सैलरी पद के अनुसार अलग-अलग हो सकती है।
पद | अनुमानित सैलरी (मासिक) |
---|---|
प्राथमिक शिक्षक (PRT) | ₹35,000 – ₹40,000 |
प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (TGT) | ₹45,000 – ₹50,000 |
स्नातकोत्तर शिक्षक (PGT) | ₹50,000 – ₹60,000 |
FAQs
1. क्या CTET में इंग्लिश अनिवार्य है?
नहीं, आप अपनी पसंद की भाषा चुन सकते हैं। CTET में भाषा 1 और भाषा 2 के रूप में हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, उर्दू आदि विकल्प मिलते हैं।
2. CTET में कितने गलत उत्तर होने पर फेल होंगे?
CTET में नेगेटिव मार्किंग नहीं है, इसलिए सभी प्रश्न हल करने का प्रयास करें।
3. क्या बिना B.Ed के CTET पास कर सकते हैं?
हाँ, D.El.Ed, BTC या अन्य शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम वाले उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं।
4. CTET पास करने के बाद कितने साल तक वैध रहेगा?
अब CTET प्रमाणपत्र आजीवन वैध रहेगा, जिससे उम्मीदवार किसी भी समय शिक्षक भर्ती में भाग ले सकते हैं।
निष्कर्ष
CTET परीक्षा शिक्षक बनने का सुनहरा अवसर प्रदान करती है। यदि आप इस परीक्षा को पास करना चाहते हैं, तो NCERT की किताबें, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र और मॉक टेस्ट आपकी तैयारी को मजबूत बना सकते हैं। नियमित अध्ययन करें और एक निश्चित रणनीति के साथ आगे बढ़ें। अब समय बर्बाद न करें, अभी से अपनी तैयारी शुरू करें और शिक्षक बनकर देश के भविष्य को संवारें।